देश में पुरुषों की मृत्यु का बड़ा कारण है कैंसर: डा. आदित्य

देश में पुरुषों की मृत्यु का बड़ा कारण है कैंसर: डा. आदित्य


 आधुनिक चिकित्सा पद्धतियों से यूरोलॉजिकल कैंसर के इलाज में क्रांतिकारी बदलाव आया है
अमृतसर, 28 नवंबर,
दिल्ली स्थित बीएलके—मैक्स सुपर स्पेशियल्टी हॉस्पिटल ने आज अमृतसर के डॉ. करम सिंह मेमोरियल मल्टीस्पेशियल्टी हॉस्पिटल में विशेष यूरोलॉजी एंड रेनल ट्रांसप्लांट ओपीडी सेवाएं शुरू की। इन ओपीडी सेवाओं से यहां के मरीजों को अपने घर के पास ही विश्व स्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएं हासिल करने का रास्ता खुल जाएगा। बीएलके—मैक्स हॉस्पिटल के विशेषज्ञ यहां मरीजों को यूरोलॉजिकल कैंसर, किडनी, ब्लाडर तथा प्रोस्टेट कैंसर एवं रेनल ट्रांसप्लांट सेवाओं से संबंधित विशेष परामर्श देंगे। 
ओपीडी सेवाओं का उद्घाटन बीएलके—मैक्स सुपर स्पेशियल्टी हॉस्पिटल में यूरोलॉजी एंड रेनल ट्रांसप्लांटेशन के निदेशक डॉ. (लेफ्टि. कर्नल) आदित्य प्रधान ने किया और वह महीने में एक बार यहां की ओपीडी में भी परामर्श देने के लिए आते रहेंगे।   


बीएलके—मैक्स सुपर स्पेशियल्टी हॉस्पिटल इस क्षेत्र में हर महीने यूरोलॉजी एवं किडनी ट्रांसप्लांट ओपीडी सेवाएं उपलब्ध कराएगा
इस मौके पर डॉ. प्रधान ने बताया, ‘कैंसर भारत में पुरुषों की मृत्यु का एक बड़ा कारण है। पिछले साल कैंसर के सभी मामलों में प्रोस्टेट, किडनी, ब्लाडर तथा टेस्टिकुलर कैंसर जैसे यूरोलॉजिकल कैंसर के 11 फीसदी मामले दर्ज किए गए। प्रोस्टेट कैंसर 50 साल से अधिक उम्र के पुरुषों में कैंसर का सबसे बड़ा कारण है। एक आम धारणा है कि परिवार में यदि प्रोस्टेट, ब्लाडर या टेस्टिकुलर कैंसर के मामले रहे हैं तो उनकी संतानों में यह बीमारी होने की 10—12 फीसदी संभावना रहती है। लेकिन बहुत कम लोगों को मालूम होगा कि मां को यदि ब्रेस्ट कैंसर रहा हो तो उसके बेटे में प्रोस्टेट कैंसर होने की संभावना 15—20 फीसदी तक हो सकती है। प्रोस्टेट कैंसर पीड़ित व्यक्तियों में पेशाब संबंधी कई समस्या हो सकती है, मसलन पेशाब की धार रुक—रुककर आना, पेशाब करने में ज्यादा वक्त लगना और पेशाब में खून का आना आदि। यदि इन समस्याओं का सही समय पर पता लगा लिया जाए तो प्रोस्टेट कैंसर से पूरी तरह निजात पाई जा सकती है। शुरुआती डायग्नोसिस के लिए मरीज को सिर्फ पीएसए जैसे ब्लड टेस्ट कराने की जरूरत पड़ती है। इस ओपीडी के जरिये हम इस समस्या की शुरुआती पहचान तथा डायग्नोसिस कर इस रोग से छुटकारा दिलाने पर जोर देंगे।’  


उन्होंने कहा, ‘कैंसर के इलाज को समझना और इस बारे में जागरूकता फैलाना बहुत जरूरी है और इस पर जीत हासिल करना भी उतना ही महत्वपूर्ण है। बेहतर और आधुनिक टेक्नोलॉजी की उपलब्धता के साथ ही शुरुआती चरण में रोग की पहचान कराने का संदेश फैलाना भी उतना ही महत्वपूर्ण है ताकि लक्षणों की अनदेखी न हो सके और देरी से बीमारी की डायग्नोसिस न हो सके। लोगों को सतर्क रहने के साथ ही यह भी समझना होगा कि आधुनिक और बेहतरीन उपचार विकल्प भी ठोस सहयोग से ही उपलब्ध हो सकते हैं, कैंसर के इलाज के बाद भी जीवन की क्वालिटी बेहतर हो सकती है।’  


डॉ. करम सिंह मेमोरियल मल्टीस्पेशियल्टी हॉस्पिटल के प्रबंध निदेशक डॉ. कमलजीत सिंह ने कहा, देश की सर्वश्रेष्ठ यूरोलॉजी एंड रेनल ट्रांसप्लांट केंद्रों में से एक केंद्र के साथ गठजोड़ करने और यूरोलॉजिकल तथा किडनी संबंधी बीमारियों के बारे में जागरूकता बढ़ाने का प्रयास करने को लेकर हमें वाकई बहुत खुशी हो रही है। हमारी ओपीडी परामर्श भी देगी और लोगों को सर्वश्रेष्ठ टेक्नोलॉजी का लाभ उठाने के साथ साथ स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रोत्साहित भी करेगी। यह ओपीडी अमृतसर और आसपास के मरीजों को विश्व स्तरीय उपचार समाधान देते हुए स्वास्थ्य ढांचे के लिए एक बहुमूल्य उपलब्धि होगी। हमारी सेवाओं में सभी तरह के परामर्श और जांच सुविधाएं शामिल होंगी और इलाज के लिए मरीजों को हर तरह की सेवाएं मिलेंगी।’

Close Menu